ताड़मेटला मुठभेड़ के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने कराया सुकमा बंद
ताड़मेटला मुठभेड़ के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने कराया सुकमा बंद
सुकमा - जिले के ताड़मेटला में हुई मुठभेड़ को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने एक दिवसीय बंद का ऐलान किया था जिसके बाद जिलेभर की व्यापारिक प्रतिष्ठा ने बंद रही समाज प्रमुखों ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुर्नवृत्ति ना हो साथ ही उन्होंने जांच की मांग भी की है शनिवार को सर्व आदिवासी समाज ने एक दिवसीय बंद का आवाहन किया था

जिसके बाद सुबह से ही व्यापारी प्रतिष्ठा में बंद रही जिला मुख्यालय के अलावा जिले के सभी जगह पर दुकाने बंद रही वहीं समाज प्रमुखों ने कहा कि ताड़मेटला में हुई मुठभेड़ पूरी तरह से फर्जी है अगर वह दोनों नक्सली होते तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था उन्हें मारने की क्यों जरूरत पड़ी साथ ही समाज प्रमुखों ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनर्विवृद्धि ना हो इसके लिए प्रशासन से मांग की है
ज्ञात हो की 5 सितंबर को ताड़मेटला में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिस ने दो नक्सली मरने का दावा किया था। इस परंतु, राजनीतिक दल और सर्व आदिवासी समाज ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया है और इसके विरोध में प्रदर्शन जारी है।
ताड़मेटला मुठभेड़ के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने कराया सुकमा बंद
जिसके विरोध में चरणबद्ध आंदोलन जारी किया है जिसके तहत दिनांक 16/09/2023 को बस्तर संभाग के सभी जिलों में एक दिवसीय धरना किया गया। अब सुकमा जिला बंद कर आगे उग्र आंदोलन करनी की रणनीति बनाई जा रही है।

शनिवार को बंद के दौरान रामा सोड़ी, संजय सोडी, दीपक बारसे, सुखराम नाग, सुनील सोडी, गंगा बघेल, महेश कुंजम, लच्छू नाग, गणेश मांडवी, लच्छू मरकाम, भीमा मांडवी,  संतोष उसेंडी आदि लोग मौजूद रहे।

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